
मंडी-हिमाचल किसान सभा और सेब उत्पादक संघ ने संयुक्त रूप से जमीन और जमीन के मुद्दों को लेकर जंजैहली में रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को किसान सभा राज्य कमेटी सदस्य महेंद्र राणा, ब्रायोगी से समिति सदस्य बिहारी लाल, लोकल कमेटी सचिव चंद्र ने संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा की आपदा में सराज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जमीन और जान माल का बड़ा नुकसान हुआ। 45 दिन बीत जाने पर भी प्रशासन जमीन और फसलों का कितना नुकसान हुआ और किसका हुआ, सूची को सार्वजनिक नहीं कर पाए। इस हालात में लोगों का पुनर्वास संभव नहीं है ।
हिमाचल किसान सभा मानती है कि जमीन के बिना लोगों का पुनर्वास संभव नहीं है। इसलिए किसानों को शीघ्र जमीन के बदले जमीन और मकान के बदले मकान दिया जाए। किसानों की केसीसी माफ की जाए। फसल बीमा का मुआवजा दिया जाए। हर गांव की सड़क को तुरंत बहाल किया जाए। प्रशासन की लाचारी की वजह से पूरे सराज क्षेत्र में दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। सड़कों की, रास्तों की खस्ता हालत, नदी नाले पार करने के लिए पुल न होने की वजह से पिछले 10 दिनों में चार लोगों ने अपनी जान गवाई है। पंचायत अपना काम सही से कर नहीं रही है। पूरा तंत्र पंगु हो गया है। प्रशासन अपनी कमियों को छुपाने के लिए लोगों को आपस में लडवा रहे हैं । हिमाचल किसान सभा लोगों की लड़ाई लड़ने के लिए कटिबद्ध है और लोगों को एकजुट करते हुए संगठित करेंगे और इस लड़ाई को और उग्र करेंगे।
आने वाले समय में यदि इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो निश्चित तौर पर आंदोलन और उग्र किया जाएगा।इसके बाद राष्ट्रपति महोदय को विकासखंड अधिकारी के माध्यम से मांग पत्र सोपा गया। आने वाले समय में इस आंदोलन की और उग्र करने का आवहन किया गया।