
मंडी-शनिवार सुबह हुई भारी बारिश से मंडी शहर और आसपास के इलाकों भारी तबाही हुई है, गनीमत ये रही कि इसमें किसी तरह का जानी नुक्सान नहीं हुआ है। शनिवार सुबह हुई भारी बारिश से मंडी शहर के पैलेस वन वार्ड में साधणी का नाला एकबार फिर अपने तटबंधों को तोड़कर बहने लगा। जिससे जलरोड़ के पास सड़क पर मलबा और नाले का पानी बहने लगा। उसी प्रकार मंडी-मनाली एनएच-21 पर नौ मील के पास जागर नाला सड़क पर बहने लगा जिससे दुपहिया वाहनों को सड़क से गुजरने में परेशानी का सामना करना पड़ा। जिसके चलते कुछ देर के लिए एनएच पर यातायात बाधित हुआ, हालांकि दिन भर यहां पर यातायात बहाल रहा। इसके अलावा भारी बारिश के चलते मंडी शहर के आसपास के नदी नाले उफान पर रहे। मंडी शहर के वार्ड नंबर नौ के बाड़ी में भारी बारिश से स्थानीय निवासी भूप सिंह और धर्मलाल के घरों में भारी मात्रा में मलबा घुस गया। जिसके चलते दोनों घरों को बहुत नुकसान हुआ है ।स्थानीय पार्षद सुमन ठाकुर ने बताया कि इस कठिन घड़ी में प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनकी पीड़ा को साझा किया और संवेदना व्यक्त की। साथ ही प्रशासन से हर संभव मदद और राहत उपलब्ध करवाने का आश्वासन भी दिया। उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा। उसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग-03 मंडी– सतोहल–मंडी कोटली सड़क निर्माण से जुड़ी कंपनियों की लापरवाही के कारण बरसाती नाले का पूरा पानी स्थानीय निवासी सीमा शर्मा की ज़मीन में घुस आया, जिससे वर्षों की मेहनत और खेती पूरी तरह नष्ट हो गई है। उन्होंने बताया कि कई बार राष्ट्रीय उच्च मार्ग के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन हर बार केवल टालमटोल की गई । वे भी हमारी बात सुनते हैं, पर करते कुछ नहीं। जबिक सड़क निर्माण का ठेका जिन कंपनियों को मिला है, वे पूरी तरह चुप हैं। सीमा शर्मा ने कहा कि मेरी ज़मीन को बर्बाद करने की पूरी ज़िम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग-03 के अंतर्गत काम करने वाली कंपनियों और उनके जिम्मेदार अधिकारियों पर है। इन्होंने बिना किसी ठोस योजना और सुरक्षा उपायों के काम करके मेरी जीवनभर की कमाई और खेती योग्य ज़मीन को खोखला, उजाड़ और अनुपयोगी बना दिया है। उन्होंने मांग की है कि उनकी ज़मीन को सुरक्षित किया जाए और अब तक हुई सारी तबाही का उचित मुआवज़ा तुरंत प्रदान किया जाए।
नाला बनी सतोहल की सड़क ओर खेतों में घुसा पानी।